उच्चतर माध्यममक छात्राओं का सशक्ततकरण: पटना, बिहार में एक अध्ययन
Keywords:
महहला मशक्षा, ककशोर सशक्तिकरण, लैंर्गक समानिा, बिहार मशक्षा, सामाक्जक-सांथकृतिक िाधाएँ।Abstract
यह समीक्षा पत्र पटना, बिहार में उच्च माध्यममक छात्राओं के सशक्तिकरण को प्रभाविि करने िाले कारकों के संिंध में ज्ञान
की िितमान क्थिति की जांच करिा है। वपछले दशक में प्रकामशि साहहत्य पर आधाररि, अध्ययन शैक्षक्षक पह ंच और ग णित्ता,
सामाक्जक आर्ितक कारकों, सांथकृतिक मानदंडों, मनोिैज्ञातनक सशक्तिकरण और नीति प्रभािशीलिा सहहि सशक्तिकरण
के कई आयामों के तनष्कर्षों को संश्लेवर्षि करिा है। नामांकन दरों में स धार के िािजूद, लड़ककयों को अपयातप्ि ि तनयादी ढांचे,
आर्ितक िाधाओं और प्रतििंधात्मक सामाक्जक मानदंडों सहहि महत्िपूणत िाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। विश्लेर्षण से
पिा चलिा है कक सफल हथिक्षेप आम िौर पर एक साि कई आयामों को संिोर्धि करिे हैं और थकूल सेहटंग्स से परे विविध
हहिधारकों को जोड़िे हैं। यह शोध पटना के विमभन्न सम दायों में महत्िपूणत मभन्निाओं की पहचान करिा है, लड़ककयों के
अन भिों की सजािीय विशेर्षिाओं के प्रति आगाह करिा है। मौजूदा शोध में उल्लेखनीय कममयों में सीममि अन दैध्यत अध्ययन,
अंिसंिंध की अपयातप्ि परीक्षा, थकूल-से-कायत पररिितन पर अपयातप्ि शोध और लड़ककयों के सशक्तिकरण की अपनी
पररभार्षाओं को शाममल करने िाले अध्ययनों की कमी शाममल है। पेपर का तनष्कर्षत है कक साितक सशक्तिकरण के मलए व्यापक
दृक्ष्टकोण की आिश्यकिा होिी है जो संरचनात्मक िाधाओं और व्यक्तिगि एजेंसी दोनों को पहचानिा है। मसफाररशों में
सािधानीपूितक डडजाइन ककए गए छात्रिवृ त्त कायक्रत म, मलगं -संिेदनशील मशक्षक प्रमशक्षण, ि तनयादी ढांच े में स धार, महत्िपूण त
सोच कौशल विकमसि करने िाले पाठ्यक्रम संिर्दतधन और हथिक्षेप स संगििा को िढाने के मलए िह -हहिधारक समन्िय िंत्र
शाममल हैं।